Maa Vaishno Devi Chalisa (माँ वैष्णो देवी चालीसा): Lyrics, Aarti

जानने की आवश्यकता
माँ वैष्णो देवी को आप बड़ी आसानी से प्रसन्न कर सकते है वो कैसे? प्रतिदिन माँ वैष्णो देवी चालीसा पढ़े (Vaishno Devi Chalisa से पढ़ सकते हैं) आपपे माँ वैष्णो देवी की छत्रछाया हमेशा बने रहेगा।
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Name Vaishno Devi Chalisa : माँ वैष्णो देवी
Category Chalisa
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Source ChalisaPDF.in

Vaishno Devi Chalisa In Hindi: श्री वैष्णो देवी चालीसा हिंदू देवी वैष्णो देवी को समर्पित एक भक्ति भजन है। यह वैष्णो देवी के भक्तों द्वारा पढ़ी जाने वाली एक लोकप्रिय प्रार्थना है और इसे देवी का आशीर्वाद प्राप्त करने का एक शक्तिशाली साधन माना जाता है। चालीसा भक्ति काव्य का एक रूप है जिसे देवता की स्तुति में गाया जाता है और यह चालीस छंदों से बना है। इस लेख में, हम श्री वैष्णो देवी चालीसा के इतिहास और महत्व पर चर्चा करेंगे।

श्री वैष्णो देवी चालीसा का इतिहास

श्री वैष्णो देवी चालीसा की उत्पत्ति निश्चित रूप से ज्ञात नहीं है। ऐसा माना जाता है कि इसकी रचना वैष्णो देवी के एक भक्त द्वारा की गई थी, जो देवी से उनके सम्मान में एक भजन बनाने के लिए प्रेरित हुई थी। चालीसा हिंदी में लिखा गया है और चौपाई रूप में रचा गया है, जो चार पंक्तियों का छंद है।

चालीसा को एक बहुत शक्तिशाली प्रार्थना माना जाता है जो भक्तों को उनकी आध्यात्मिक यात्रा में मदद कर सकती है। ऐसा माना जाता है कि भक्ति और ईमानदारी के साथ चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं और बाधाओं और चुनौतियों पर काबू पाने में मदद मिल सकती है।

श्री वैष्णो देवी चालीसा का महत्व

श्री वैष्णो देवी चालीसा एक भक्ति भजन है जो देवी वैष्णो देवी को समर्पित है, जिन्हें दिव्य स्त्री का अवतार माना जाता है। वह दुनिया भर में लाखों भक्तों द्वारा पूजी जाती हैं और उनकी शक्ति और परोपकार के लिए पूजनीय हैं।

चालीसा भक्ति कविता का एक रूप है जिसे देवी की स्तुति में गाया जाता है और माना जाता है कि इसमें भक्तों की इच्छाओं को पूरा करने की शक्ति होती है। ऐसा कहा जाता है कि भक्ति और ईमानदारी के साथ चालीसा का पाठ करने से बाधाओं और चुनौतियों पर काबू पाने में मदद मिल सकती है और किसी के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।

श्री वैष्णो देवी चालीसा को भी देवी का आशीर्वाद प्राप्त करने का एक शक्तिशाली साधन माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि नियमित रूप से चालीसा का पाठ करने से आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने में मदद मिल सकती है और इससे मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। चालीसा वैष्णो देवी के भक्तों के बीच एक लोकप्रिय प्रार्थना है और अक्सर होती है।

माँ वैष्णो देवी चालीसा – Vaishno Devi Chalisa Hindi

Lyrics

॥ दोहा ॥

गरुड़ वाहिनी वैष्णवी त्रिकुटा पर्वत धाम
काली, लक्ष्मी, सरस्वती, शक्ति तुम्हें प्रणाम

॥ चौपाई ॥

नमो: नमो: वैष्णो वरदानी, कलि काल मे शुभ कल्याणी।
मणि पर्वत पर ज्योति तुम्हारी, पिंडी रूप में हो अवतारी॥

देवी देवता अंश दियो है, रत्नाकर घर जन्म लियो है।
करी तपस्या राम को पाऊँ, त्रेता की शक्ति कहलाऊँ॥

कहा राम मणि पर्वत जाओ, कलियुग की देवी कहलाओ।
विष्णु रूप से कल्कि बनकर, लूंगा शक्ति रूप बदलकर॥

तब तक त्रिकुटा घाटी जाओ, गुफा अंधेरी जाकर पाओ।
काली-लक्ष्मी-सरस्वती माँ, करेंगी पोषण पार्वती माँ॥

ब्रह्मा, विष्णु, शंकर द्वारे, हनुमत, भैरों प्रहरी प्यारे।
रिद्धि, सिद्धि चंवर डुलावें, कलियुग-वासी पूजत आवें॥

पान सुपारी ध्वजा नारीयल, चरणामृत चरणों का निर्मल।
दिया फलित वर मॉ मुस्काई, करन तपस्या पर्वत आई॥

कलि कालकी भड़की ज्वाला, इक दिन अपना रूप निकाला।
कन्या बन नगरोटा आई, योगी भैरों दिया दिखाई॥

रूप देख सुंदर ललचाया, पीछे-पीछे भागा आया।
कन्याओं के साथ मिली मॉ, कौल-कंदौली तभी चली मॉ॥

देवा माई दर्शन दीना, पवन रूप हो गई प्रवीणा।
नवरात्रों में लीला रचाई, भक्त श्रीधर के घर आई॥

योगिन को भण्डारा दीनी, सबने रूचिकर भोजन कीना।
मांस, मदिरा भैरों मांगी, रूप पवन कर इच्छा त्यागी॥

बाण मारकर गंगा निकली, पर्वत भागी हो मतवाली।
चरण रखे आ एक शीला जब, चरण-पादुका नाम पड़ा तब॥

पीछे भैरों था बलकारी, चोटी गुफा में जाय पधारी।
नौ मह तक किया निवासा, चली फोड़कर किया प्रकाशा॥

आद्या शक्ति-ब्रह्म कुमारी, कहलाई माँ आद कुंवारी।
गुफा द्वार पहुँची मुस्काई, लांगुर वीर ने आज्ञा पाई॥

भागा-भागा भैंरो आया, रक्षा हित निज शस्त्र चलाया।
पड़ा शीश जा पर्वत ऊपर, किया क्षमा जा दिया उसे वर॥

अपने संग में पुजवाऊंगी, भैंरो घाटी बनवाऊंगी।
पहले मेरा दर्शन होगा, पीछे तेरा सुमिरन होगा॥

बैठ गई माँ पिण्डी होकर, चरणों में बहता जल झर झर।
चौंसठ योगिनी-भैंरो बर्वत, सप्तऋषि आ करते सुमरन॥

घंटा ध्वनि पर्वत पर बाजे, गुफा निराली सुंदर लागे।
भक्त श्रीधर पूजन कीन, भक्ति सेवा का वर लीन॥

सेवक ध्यानूं तुमको ध्याना, ध्वजा व चोला आन चढ़ाया।
सिंह सदा दर पहरा देता, पंजा शेर का दु:ख हर लेता॥

जम्बू द्वीप महाराज मनाया, सर सोने का छत्र चढ़ाया ।
हीरे की मूरत संग प्यारी, जगे अखण्ड इक जोत तुम्हारी॥

आश्विन चैत्र नवरात्रे आऊँ, पिण्डी रानी दर्शन पाऊँ।
सेवक “कमल” शरण तिहारी, हरो वैष्णो विपत हमारी॥

॥ दोहा ॥

कलियुग में महिमा तेरी, है माँ अपरंपार
धर्म की हानि हो रही, प्रगट हो अवतार

॥ इति श्री वैष्णो देवी चालीसा समाप्त ॥

Vaishno Devi Chalisa (माँ वैष्णो देवी)

वैष्णो देवी चालीसा पढ़ने के फायदे (Vaishno Devi Chalisa Benefits)

  • ऐसा माना जाता है कि श्री वैष्णो देवी चालीसा को शुद्ध इरादे और भक्ति के साथ पढ़ने से व्यक्ति अपनी मनोकामना पूरी कर सकता है। कई भक्तों का मानना है कि इस स्तोत्र को आस्था और भक्ति के साथ पढ़ने के बाद उनकी मनोकामना पूरी हुई है।
  • श्री वैष्णो देवी चालीसा (Vaishno Devi Chalisa से पढ़ सकते है) पढ़ने से देवी वैष्णो देवी के प्रति भक्ति और विश्वास बढ़ाने में मदद मिल सकती है। ऐसा माना जाता है कि भक्ति के साथ इस भजन का जाप या पाठ करने से देवी की दिव्य ऊर्जा से जुड़ने में मदद मिल सकती है।
  • श्री वैष्णो देवी चालीसा पढ़ने से बुरी शक्तियों और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा मिल सकती है। ऐसा कहा जाता है कि भजन भक्त के चारों ओर दिव्य ऊर्जा की एक ढाल बनाता है, जिससे उन्हें नुकसान से बचाया जाता है।
  • ऐसा माना जाता है कि श्री वैष्णो देवी चालीसा का नियमित रूप से पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में सौभाग्य और समृद्धि आती है। कहा जाता है कि इस स्तोत्र में बाधाओं को दूर करने और सभी प्रयासों में सफलता दिलाने की शक्ति है।
  • श्री वैष्णो देवी चालीसा पढ़ना देवी वैष्णो देवी से जुड़ने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का एक शक्तिशाली तरीका माना जाता है।

वैष्णो देवी : FAQs

वैष्णो देवी किसका अवतार हैं?

वैष्णो देवी को हिंदू देवी महा काली, महा लक्ष्मी और महा सरस्वती का अवतार माना जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, वह राक्षस महिषासुर को हराने के लिए तीन देवियों की दिव्य ऊर्जाओं द्वारा बनाई गई थी।

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