Rani Sati Chalisa (श्री रानी सती दादी जी चालीसा): Lyrics, Aarti Sahit

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रानी सती को आदि शक्ति का रूप माना जाता है जिन्हें समर्पण ये चालीसा है जिसे पढ़ के आप श्री रानी सती दादी जी (Rani Sati Chalisa) को प्रसन्न कर सकते है।
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Name Rani Sati Chalisa : रानी सती चालीसा
Category Chalisa
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Source ChalisaPDF.in

Shri Rani Sati Chalisa In Hindi: रानी सती चालीसा एक हिंदू भक्ति प्रार्थना या भजन है जो देवी रानी सती को समर्पित है। यह चालीसा अत्यधिक शुभ मानी जाती है और रानी सती का आशीर्वाद और सुरक्षा पाने के लिए दुनिया भर के भक्तों द्वारा इसका पाठ किया जाता है। इस निबंध में, हम रानी सती चालीसा का पाठ करने की उत्पत्ति, महत्व और लाभों का पता लगाएंगे।

रानी सती चालीसा एक भक्तिपूर्ण भजन है जो इस महान रानी को समर्पित है। यह एक चालीस-श्लोक की प्रार्थना है जिसके बारे में माना जाता है कि इसकी रचना भैरव दास नामक संत ने की थी। चालीसा का पाठ आमतौर पर सुबह या शाम को किया जाता है, और कहा जाता है कि इसमें बुरे प्रभावों को दूर करने और भक्तों के जीवन में शांति, समृद्धि और खुशी लाने की शक्ति होती है।

श्री रानी सती दादी जी चालीसा – Rani Sati Chalisa

Lyrics In Hindi

॥ दोहा ॥

श्री गुरु पद पंकज नमन,दूषित भाव सुधार।

राणी सती सुविमल यश,बरणौं मति अनुसार॥

कामक्रोध मद लोभ में,भरम रह्यो संसार।

शरण गहि करूणामयी,सुख सम्पत्ति संचार॥

॥ चौपाई ॥

नमो नमो श्री सती भवान।जग विख्यात सभी मन मानी॥

नमो नमो संकटकूँ हरनी।मन वांछित पूरण सब करनी॥

नमो नमो जय जय जगदम्बा।भक्तन काज न होय विलम्बा॥

नमो नमो जय-जय जग तारिणी।सेवक जन के काज सुधारिणी॥

दिव्य रूप सिर चूँदर सोहे।जगमगात कुण्डल मन मोहे॥

माँग सिन्दूर सुकाजर टीकी।गज मुक्ता नथ सुन्दरर नीकी॥

गल बैजन्ती माल बिराजे।सोलहुँ साज बदन पे साजे॥

धन्य भाग्य गुरसामलजी को।महम डोकवा जन्म सती को॥

तनधन दास पतिवर पाये।आनन्द मंगल होत सवाये॥

जालीराम पुत्र वधू होके।वंश पवित्र किया कुल दोके॥

पति देव रण माँय झुझारे।सती रूप हो शत्रु संहारे॥

पति संग ले सद् गति पाई।सुर मन हर्ष सुमन बरसाई॥

धन्य धन्य उस राणा जी को।सुफल हुवा कर दरस सती का॥

विक्रम तेरा सौ बावनकूँ।मंगसिर बदी नौमी मंगलकूँ॥

नगर झुँझुनू प्रगटी माता।जग विख्यात सुमंगल दाता॥

दूर देश के यात्री आवे।धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे॥

उछाङ-उछाङते हैं आनन्द से।पूजा तन मन धन श्री फल से॥

जात जडूला रात जगावे।बाँसल गोती सभी मनावे॥

पूजन पाठ पठन द्विज करते।वेद ध्वनि मुख से उच्चरते॥

नाना भाँति-भाँति पकवाना।विप्रजनों को न्यूत जिमाना॥

श्रद्धा भक्ति सहित हरषाते।सेवक मन वाँछित फल पाते॥

जय जय कार करे नर नारी।श्री राणी सती की बलिहारी॥

द्वार कोट नित नौबत बाजे।होत श्रृंगार साज अति साजे॥

रत्न सिंहासन झलके नीको।पल-पल छिन-छिन ध्यान सती को॥

भाद्र कृष्ण मावस दिन लीला।भरता मेला रंग रंगीला॥

भक्त सुजन की सकड़ भीड़ है।दर्शन के हित नहीं छीड़ है॥

अटल भुवन में ज्योति तिहारी।तेज पुंज जग माँय उजियारी॥

आदि शक्ति में मिली ज्योति है।देश देश में भव भौति है॥

नाना विधि सो पूजा करते।निश दिन ध्यान तिहारा धरते॥

कष्ट निवारिणी, दु:ख नाशिनी।करूणामयी झुँझुनू वासिनी॥

प्रथम सती नारायणी नामां।द्वादश और हुई इसि धामा॥

तिहूँ लोक में कीर्ति छाई।श्री राणी सती की फिरी दुहाई॥

सुबह शाम आरती उतारे।नौबत घण्टा ध्वनि टँकारे॥

राग छत्तिसों बाजा बाजे।तेरहुँ मण्ड सुन्दर अति साजे॥

त्राहि त्राहि मैं शरण आपकी।पूरो मन की आश दास की॥

मुझको एक भरोसो तेरो।आन सुधारो कारज मेरो॥

पूजा जप तप नेम न जानूँ।निर्मल महिमा नित्य बखानूँ॥

भक्तन की आपत्ति हर लेनी।पुत्र पौत्र वर सम्पत्ति देनी॥

पढ़े यह चालीसा जो शतबारा।होय सिद्ध मन माँहि बिचारा॥

‘गोपीराम’ (मैं) शरण ली थारी।क्षमा करो सब चूक हमारी॥

॥ दोहा ॥

दुख आपद विपदा हरण,जग जीवन आधार।

बिगङी बात सुधारिये,सब अपराध बिसार॥

Shri Rani Sati Chalisa Bhajan Video

रानी सती चालीसा पढने के लाभ (Rani Sati Chalisa Padhne Ke Fayde)

रानी सती चालीसा को अत्यधिक शुभ माना जाता है और रानी सती का आशीर्वाद और सुरक्षा पाने के लिए दुनिया भर के भक्तों द्वारा इसका पाठ किया जाता है। माना जाता है कि जो लोग भक्ति और ईमानदारी के साथ इसका पाठ करते हैं, उनके लिए चालीसा के कई लाभ हैं। रानी सती चालीसा का पाठ करने के कुछ लाभ इस प्रकार हैं:

  • ऐसा माना जाता है कि रानी सती चालीसा का पाठ (Rani Sati Chalisa Ka Paath) करने से भक्त को बुरे प्रभाव, काले जादू और नकारात्मक ऊर्जा से बचाया जा सकता है।
  • चालीसा भक्तों के जीवन में सफलता और समृद्धि लाने के लिए कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह बाधाओं को दूर करता है और सौभाग्य और भाग्य लाता है।
  • भक्ति और ईमानदारी के साथ रानी सती चालीसा का पाठ (Rani Sati Chalisa से कर सकते है) करने से भक्तों के जीवन में आंतरिक शांति और खुशी आ सकती है। ऐसा माना जाता है कि यह मन को शांत करता है और नकारात्मक विचारों और भावनाओं को दूर करता है।
  • कहा जाता है कि चालीसा में चिकित्सा शक्तियाँ होती हैं और यह अच्छे स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती को बढ़ावा दे सकती है। ऐसा माना जाता है कि यह बीमारियों और बीमारियों को ठीक करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
  • रानी सती चालीसा का पाठ करने से आध्यात्मिक विकास और विकास को भी बढ़ावा मिल सकता है। ऐसा माना जाता है कि यह भक्त और देवी रानी सती के बीच संबंध को गहरा करता है और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त कर सकता है।

इन लाभों के अलावा, रानी सती चालीसा का पाठ करना भी पूजा और भक्ति का एक शक्तिशाली रूप माना जाता है। यह भक्तों के लिए रानी सती के प्रति अपने प्यार और श्रद्धा को व्यक्त करने और उनका आशीर्वाद और सुरक्षा पाने का एक तरीका है।

अंत में, रानी सती चालीसा एक शक्तिशाली और शुभ भक्ति स्तोत्र है जो देवी रानी सती को समर्पित है।

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