Sharda Chalisa In Hindi (शारदा चालीसा): Lyrics, Paath

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सम्पूर्ण माँ शारदा चालीसा हमने इस आर्टिकल में Sharda Chalisa के साथ उपलब्ध कराने का प्रयास किया है तक आप जब चाहे पाठ कर सकते है
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Name Sharda Chalisa : माँ शारदा चालीसा
Category Chalisa
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Source ChalisaPDF.in

Sharda Chalisa In Hindi: शारदा चालीसा हिंदू देवी शारदा को समर्पित एक भक्ति भजन है, जिसे सरस्वती के नाम से भी जाना जाता है। चालीसा चालीस श्लोकों या चौपाइयों का संग्रह है जो देवी की स्तुति में पढ़े जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि भक्ति के साथ चालीसा का पाठ करने से देवी का आशीर्वाद और ज्ञान प्राप्त हो सकता है।

सरस्वती हिंदू परंपरा में सबसे सम्मानित देवी-देवताओं में से एक है। वह ज्ञान, संगीत, कला और ज्ञान की देवी हैं। उन्हें एक सुंदर और शांत देवी के रूप में चित्रित किया गया है, उनके हाथों में एक किताब, एक वाद्य यंत्र और एक कमल है। उसे अक्सर हंस पर बैठा दिखाया जाता है, जो उसकी पवित्रता और अनुग्रह का प्रतीक है।

शारदा चालीसा श्लोक के अर्थ जाने

शारदा चालीसा की शुरुआत देवी के आह्वान से होती है, उनका आशीर्वाद और मार्गदर्शन मांगते हुए। यह सरस्वती की महिमा और महानता और उनकी चमत्कारी शक्तियों का वर्णन करता है। चालीसा देवी को ज्ञान और ज्ञान के स्रोत के रूप में चित्रित करती है, जो अपने भक्तों को आशीर्वाद दे सकती हैं और बाधाओं और कठिनाइयों को दूर करने में उनकी मदद कर सकती हैं।

चालीसा में सरस्वती का वर्णन एक देवी के रूप में किया गया है, जो सुंदर वस्त्रों और गहनों से सुशोभित हैं, और जो दिव्य प्रकाश से विकीर्ण होती हैं। यह उनकी करुणा और ज्ञान के लिए, और उन लोगों को ज्ञान और ज्ञान प्रदान करने की उनकी क्षमता के लिए उनकी प्रशंसा करता है जो उनका आशीर्वाद चाहते हैं।

शारदा चालीसा (Sharda Chalisa) न केवल एक भक्तिमय स्तोत्र है बल्कि भक्तों के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन का स्रोत भी है। यह उन्हें एक सदाचारी और धर्मी जीवन जीने, ज्ञान और ज्ञान की तलाश करने और दूसरों के प्रति दयालु होने की शिक्षा देता है। यह उन्हें देवी के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करने के साधन के रूप में संगीत, कला और अन्य रचनात्मक गतिविधियों का अभ्यास करने के लिए भी प्रोत्साहित करता है।

चालीसा का पाठ आमतौर पर सुबह या शाम को या तो अकेले या समूह में किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि भक्ति और ईमानदारी के साथ चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। यह बाधाओं को दूर करने, अपने प्रयासों में सफलता प्राप्त करने और आध्यात्मिक विकास प्राप्त करने में मदद कर सकता है।

शारदा चालीसा सरस्वती के भक्तों के बीच एक लोकप्रिय प्रार्थना है, विशेष रूप से उत्तर भारत के क्षेत्रों में जहाँ उनकी व्यापक रूप से पूजा की जाती है। यह अक्सर त्योहारों और विशेष अवसरों जैसे सरस्वती पूजा, देवी को समर्पित त्योहार के दौरान सुनाया जाता है। चालीसा विभिन्न भाषाओं में भी उपलब्ध है और इसे किताबों, ऑडियो रिकॉर्डिंग और ऑनलाइन संसाधनों के रूप में पाया जा सकता है।

अंत में, शारदा चालीसा एक शक्तिशाली भक्ति भजन है जो हिंदू देवी सरस्वती के जीवन और शिक्षाओं का जश्न मनाता है। यह उन भक्तों के लिए प्रेरणा, मार्गदर्शन और सांत्वना का स्रोत है जो उनका आशीर्वाद चाहते हैं। चालीसा हमें एक सदाचारी और धर्मी जीवन जीने, ज्ञान और ज्ञान की तलाश करने और दूसरों के प्रति दयालु होने की शिक्षा देती है। यह सरस्वती की महानता और महिमा और उनकी चमत्कारी शक्तियों का स्मरण कराता है, जो आज भी हमें प्रेरणा और मार्गदर्शन देती हैं।

माँ शारदा चालीसा – Sharda Chalisa Hindi

Sharda Chalisa Lyrics

॥ दोहा ॥

मूर्ति स्वयंभू शारदा, मैहर आन विराज।

माला, पुस्तक, धारिणी, वीणा कर में साज॥

॥ चौपाई ॥

जय जय जय शारदा महारानी। आदि शक्ति तुम जग कल्याणी॥

रूप चतुर्भुज तुम्हरो माता। तीन लोक महं तुम विख्याता॥

दो सहस्त्र बर्षहि अनुमाना। प्रगट भई शारद जग जाना॥

मैहर नगर विश्व विख्याता। जहाँ बैठी शारद जग माता॥

त्रिकूट पर्वत शारदा वासा। मैहर नगरी परम प्रकाशा॥

शरद इन्दु सम बदन तुम्हारो। रूप चतुर्भुज अतिशय प्यारो॥

कोटि सूर्य सम तन द्युति पावन। राज हंस तुम्हारो शचि वाहन॥

कानन कुण्डल लोल सुहावहि। उरमणि भाल अनूप दिखावहिं॥

वीणा पुस्तक अभय धारिणी। जगत्मातु तुम जग विहारिणी॥

ब्रह्म सुता अखंड अनूपा। शारद गुण गावत सुरभूपा॥

हरिहर करहिं शारदा बन्दन। बरुण कुबेर करहिं अभिनन्दन॥

शारद रूप चण्डी अवतारा। चण्ड-मुण्ड असुरन संहारा॥

महिषा सुर वध कीन्हि भवानी। दुर्गा बन शारद कल्याणी॥

धरा रूप शारद भई चण्डी। रक्त बीज काटा रण मुण्डी॥

तुलसी सूर्य आदि विद्वाना। शारद सुयश सदैव बखाना॥

कालिदास भए अति विख्याता। तुम्हारी दया शारदा माता॥

वाल्मीक नारद मुनि देवा। पुनि-पुनि करहिं शारदा सेवा॥

चरण-शरण देवहु जग माया। सब जग व्यापहिं शारद माया॥

अणु-परमाणु शारदा वासा। परम शक्तिमय परम प्रकाशा॥

हे शारद तुम ब्रह्म स्वरूपा। शिव विरंचि पूजहिं नर भूपा॥

ब्रह्म शक्ति नहि एकउ भेदा। शारद के गुण गावहिं वेदा॥

जय जग बन्दनि विश्व स्वरुपा। निर्गुण-सगुण शारदहिं रुपा॥

सुमिरहु शारद नाम अखंडा। व्यापइ नहिं कलिकाल प्रचण्डा॥

सूर्य चन्द्र नभ मण्डल तारे। शारद कृपा चमकते सारे॥

उद्धव स्थिति प्रलय कारिणी। बन्दउ शारद जगत तारिणी॥

दु:ख दरिद्र सब जाहिं नसाई। तुम्हारी कृपा शारदा माई॥

परम पुनीति जगत अधारा। मातु शारदा ज्ञान तुम्हारा॥

विद्या बुद्धि मिलहिं सुखदानी। जय जय जय शारदा भवानी॥

शारदे पूजन जो जन करहीं। निश्चय ते भव सागर तरहीं॥

शारद कृपा मिलहिं शुचि ज्ञाना। होई सकल विधि अति कल्याणा॥

जग के विषय महा दु:ख दाई। भजहुँ शारदा अति सुख पाई॥

परम प्रकाश शारदा तोरा। दिव्य किरण देवहुँ मम ओरा॥

परमानन्द मगन मन होई। मातु शारदा सुमिरई जोई॥

चित्त शान्त होवहिं जप ध्याना। भजहुँ शारदा होवहिं ज्ञाना॥

रचना रचित शारदा केरी। पाठ करहिं भव छटई फेरी॥

सत्–सत् नमन पढ़ीहे धरिध्याना। शारद मातु करहिं कल्याणा॥

शारद महिमा को जग जाना। नेति-नेति कह वेद बखाना॥

सत्–सत् नमन शारदा तोरा। कृपा दृष्टि कीजै मम ओरा॥

जो जन सेवा करहिं तुम्हारी। तिन कहँ कतहुँ नाहि दु:खभारी॥

जो यह पाठ करै चालीसा। मातु शारदा देहुँ आशीषा॥

॥ दोहा ॥

बन्दउँ शारद चरण रज, भक्ति ज्ञान मोहि देहुँ।

सकल अविद्या दूर कर, सदा बसहु उरगेहुँ॥

जय-जय माई शारदा, मैहर तेरौ धाम।

शरण मातु मोहिं लीजिए, तोहि भजहुँ निष्काम॥

माँ शारदा चालीसा पढ़ने के फायदे

शारदा चालीसा एक भक्ति भजन है, जो ज्ञान, शिक्षा, ज्ञान, संगीत और कला की हिंदू देवी हैं। शारदा चालीसा पढ़ने के कुछ संभावित लाभ इस प्रकार हैं:

  • ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि: शारदा चालीसा को ज्ञान और बुद्धि को बढ़ाने के लिए एक शक्तिशाली साधन माना जाता है। इस स्तोत्र को पढ़कर, भक्त देवी सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं, जिन्हें सभी ज्ञान और ज्ञान का स्रोत माना जाता है।
  • याददाश्त में सुधार: ऐसा माना जाता है कि नियमित रूप से शारदा चालीसा का पाठ करने से स्मरण शक्ति और एकाग्रता में सुधार होता है। जैसा कि देवी सरस्वती स्मृति और विद्या से भी जुड़ी हैं, ऐसा माना जाता है कि उनका आशीर्वाद लेने से इन क्षमताओं में वृद्धि हो सकती है।
  • आध्यात्मिक विकास: शारदा चालीसा (Sharda Chalisa से आप पढ़ सकते है) पढ़ने से भी आध्यात्मिक विकास में मदद मिल सकती है। देवी सरस्वती के गुणों और विशेषताओं जैसे ज्ञान, रचनात्मकता और ज्ञान पर ध्यान केंद्रित करके, कोई भी इन गुणों को अपने भीतर विकसित कर सकता है।
  • नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा: ऐसा माना जाता है कि शारदा चालीसा पढ़ने से व्यक्ति को नकारात्मक प्रभावों और ऊर्जा से बचाने में मदद मिल सकती है। देवी सरस्वती के आशीर्वाद का आह्वान करके, कोई भी उनसे सुरक्षा और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकता है।
  • सकारात्मक ऊर्जा: शारदा चालीसा पढ़ने का कार्य ही एक सकारात्मक और उत्थानशील वातावरण बना सकता है। भजन सकारात्मक पुष्टि और देवी सरस्वती की स्तुति से भरा है, जो एक सकारात्मक ऊर्जा और वातावरण बनाने में मदद कर सकता है।

Sharda Chalisa Lyrical Video [Fast]

माँ शारदा चालीसा: FAQs

शारदा माता किसका स्वरूप हैं?

शारदा माता देवी सरस्वती का रूप हैं, जो हिंदू धर्म में सबसे पूजनीय देवताओं में से एक हैं। उन्हें ज्ञान, विद्या, ज्ञान, संगीत और कला की देवी माना जाता है। उसे अक्सर चार भुजाओं के साथ चित्रित किया जाता है, जिसमें एक किताब, एक वाद्य यंत्र, एक माला और एक पानी का बर्तन होता है।

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